Bhai dooj (यम द्वितीया) November
भाई दूज या याम द्वितीया इस वर्ष १ नवम्बर २०१६ को पड़ रही है आइये जानते है की याम द्वितीया कब और कैसे मनाई जाती है-
भाई दूज दीपावली के दूसरे दिन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनायी जाती है और इस दिन बहन अपने भाई को टीका करने के उपरांत ही खाना खाती है।पौराणिक कथा -----
भाई दूज की पौराणिक कथा इस तरह से है ---- इसी दिन भगवान सूर्यदेव के पुत्र और यमपुरी के स्वामी यमराज अपनी बहन यमुना के द्वारा बार-बार निवेदन करने पर उसके घर आए थे और इस सुअवसर पर उनकी बहन यमुना ने भाव-विभोर होकर उनका भव्य स्वागत किया था. इस पर खुश होकर यमराज ने उन्हें वरदान दिया कि जो इस दिन यमुना में स्नान करके भाई-बहन के इस पवित्र पर्व को मनाएगा, वह मेरे भय से मुक्त हो जाएगा. इसी दिन से भाई-बहन के स्नेह को दर्शाने वाला यह त्यौहार प्रत्येक साल भाई दूज के रूप में मनाया जाने लगा. इस महापर्व को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है. भाई बहन का यह पवित्र त्यौहार ब्रज सहित पुरे भारतवर्ष में धूमधाम से मनाया जाता है.
ऐसी मान्यता है कि जो भाई आज के दिन यमुना में स्नान करके पूरी श्रद्धा से बहनों के आतिथ्य को स्वीकार करते हैं उन्हें तथा उनकी बहन को यम का भय नहीं रहता।