ज्येष्ठ माह में राम भक्त श्री हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है । लखनऊ शहर में विशेष कर ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले हर मंगल वार को हनुमान मंदिर में मेला भी लगता है ,। जगह-जगह लोग आलू और पूरी का भंडारा करते हैं ,अपनी श्रद्धा के अनुसार लोग मंदिरों में प्याऊ लगवाते हैं । लखनऊ शहर के अलीगंज के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर और गोमती के तट पर स्थित हनुमान मंदिर की विशेष महत्ता है । इन दिनों लोग अपने घरों से पेट के बल चल कर हनुमान मंदिर में अपनी मनोकामना की कामना से आते हैं । लोग तड़के ही उठ कर पैदल ही चलकर मंदिरों में दर्शनार्थ आते हैं । हनुमान सेतु में लोग अपनी श्रद्धा के अनुसार श्रृंगार भी करते हैं ,कुछ लोग बिजली की झालरों सेऔर कुछ लोग फूलों से भी श्रृंगार कराते हैं .ऐसी मान्यता है की ज्येष्ठ माह के प्रति मंगलवार को जो भी भक्त हनुमत दर्शन और व्रत करता है उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है । लखनऊ के ही अमीनाबाद के हनुमान मंदिर में लोग अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर घंटे चढ़ाते हैं ।
पूजन विधि----प्रातः काल उठ कर स्नान आदि सी निवृत होकर साफ़ आसन पर बैठ कर हनुमान जी की मूर्ति को लाल आसन पर स्थापित करें ,पुष्प स्नान कराकर चमेली के तेल में सेंदुर मिलाकर टीका लगायें और लाल फूल चढ़ाएं । श्रद्धा के अनुसार भोग बनाकर रखें ,और हनुमान गायत्री के साथ पाठ का आरम्भ करें ।
पूजन विधि----प्रातः काल उठ कर स्नान आदि सी निवृत होकर साफ़ आसन पर बैठ कर हनुमान जी की मूर्ति को लाल आसन पर स्थापित करें ,पुष्प स्नान कराकर चमेली के तेल में सेंदुर मिलाकर टीका लगायें और लाल फूल चढ़ाएं । श्रद्धा के अनुसार भोग बनाकर रखें ,और हनुमान गायत्री के साथ पाठ का आरम्भ करें ।
हनुमान गायत्री----ॐ आन्जनीनीजाय विदमहे वायुपुत्राय श्रीमही । तन्नो हनुमान प्रचोदयात ॥
इस गायत्री की कम से कम १ १ माला का जप करें । अगर सामर्थ्य हो तो सुंदरकांड का पाठ करें ।
ऐसी मान्यता है की असाध्य रोगों से छुटकारा पाने के लिए हनुमान बाहुक का २ १ दिनों तक पाठ करना चाहिए
इस माह में प्रत्येक मंगलवार को सुन्दर कांड पढ़ने से विशेष फल प्राप्त होता है । तुलसी पत्र पर सेंदुर से राम लिख कर चढ़ाने से हनुमान भक्ति प्राप्त होती है ।
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