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Sunday, December 21, 2014

bhajan/भजन

          गुरु पास रहे या दूर रहे नज़रों में समाये रहते हैं, 
         इतना तो बता दे कोई मुझे क्या कृपा इसी को कहते हैं । 
१. जीवन की घड़ियाँ छोटी हैं,दुनिया की मंजिल लम्बी है ,
छोड़ो  गुरु पर जिम्मेदारी गुरु आप सम्हाले रहते हैं -- गुरु पास रहे -------

२. सुख में भी आप नज़र आते ,दुःख में भी धीरज बंधवाते ,
दुःख -सुख समझो एक समान गुरु याद दिलाते  रहते हैं ----गुरु पास रहे---

३. जिस अंश के हम सब प्राणी हैं,उस अंश के हैं सारे प्राणी ,
माया में फंसकर भूल गए ,गुरु याद दिलाते रहते हैं---गुरु पास रहे या ------
 

 

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