bhajan
हरी नाम का दीवाना बन कर देखो ,कोई प्रेम का प्याला पी कर देखो …।
१. हुई दीवानी मीराबाई -हुई दीवानी मीराबाई
पाए कष्ट लाखों नहीं पछताई --२
विष से बन गया अमृत देखो -----।
२. शबरी के घर राम जी आये -शबरी के घर राम जी आये .
खाए बेर और बहुत सिहाये -२
कहा लक्ष्मण से चख कर देखो -----।
३ . इस भक्ति का नशा है छाया -इस भक्ति का नशा है छाया .
जो कोई पीये होए मतवाला -२
इस भक्ति के रस पी के देखो …। --
Acchi hai. Par ye itnihi line hai ke bas mukhde hai?
ReplyDeletepoora bhajan hai ,upar mukhda hai ..main koshish kar rahi hun bhajan ka audio bhi dalun....
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