भजन /bhajan
कलयुग ये कैसी उलटी गंगा बहा रहा है, माता-पिता को बेटा ठोकर लगा रहा है ।
१. पहले था एक रावण और एक ही थी सीता -२
अब हर गली में रावण सीता चुरा रहा है ॥
२. बहनों से इतना कहना हरदम सतर्क रहना -२
वो पापी भी अपनी कलाई पर राखी बंधा रहा है ॥
३. बच्चे तो हैं गरीब के भूखे तरस रहे हैं -२
पर सेठ जी का कुत्ता रबड़ी उड़ा रहा है ॥
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