ओ दुनिया वालों दमन फैला लो मेरी दुर्गे मैया चली आ रही हैं,
चली आ रही है, चली आ रही है पहाड़ों से मैया चली आ रही है।
१. दुष्टों को मारा मैया तुमने संहारा, दिया मान भक्तों को तुमने सहारा-२
भक्तों के संकट मिटाने वाली माँ अमृत बहाती चली आ रही है--
२. अंधे को नैना, कोढ़ी को काया, बाँझिन को पुत्र मैया निर्धन को माया-२
लूट लो जितना लूट ही जाये खजाना लुटाती चली आ रही है -
३.ऐ शेरा वाली तेरा सहारा, तू जननी में हूँ बालक तुम्हारा -
शेरों की सवारी लगती है प्यारी झूमती रही है ॥
Good voice modulation, Hema ji.
ReplyDeleteThank you
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