अपरा एकादशी ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है इसे अचला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है ,इस व्रत के करने से ब्रह्मा हत्या ,परनिंदा ,भूतयोनि जैसे निकृष्ट कर्मों से भी छुटकारा मिलता है। जो फल बद्रिकाश्रम में निवास करने से मिलता है और जो फल सूर्यग्रहण में कुरक्षेत्र में स्नान से मिलता है वह फल इस एकादशी के व्रत से मिलता है।
इस वर्ष अपरा एकादशी का व्रत दिनांक २४ मई २०१४ को मनाया जायेगा।
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