श्रावण मॉस की कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी मनाई जाती है ,इसे पवित्रा एकादशी भी कहते हैं । इस दिन विष्णु भगवान् को पंचामृत से स्नान कराकर तुलसी दल और तुलसी मंजरी से पूजा जाता है .
कथा ---
- प्राचीन काल में किसी गाँव में एक ठाकुर रहते थे जो बहतु क्रोधी स्वभाव के थे ,एक दिन उनकी एक ब्राह्मण से लड़ाई हो गयी ,परिणाम स्वरूप ब्राह्मण मारा गया . तब उन्होंने उस ब्राह्मण की क्रिया -कर्म करनी चाही मगर अन्य ब्राह्मणों ने भोजन से इनकार कर दिया . तब उन्होंने निवेदन किया की भगवन मेरा पाप कैसे दूर होगा कोई उपाय बताएं .तब ब्राह्मणों ने कामिका एकादशी व्रत करने की आज्ञा दी । ठाकुर ने वैसा ही किया ऱत्रि में भगवान् की मूर्ती के पास शयन कर रहा था तभी उसे स्वप्न हुआ और भगवान् ने कहा हे ठाकुर !तेरा पाप दूर हुआ अब तू ब्राह्मण की तेरहवीं कर सकता है ठाकुर ने तेरहवीं की और पाप से मुक्त हो गया .
- इस दिन गाय के दूध का सागार लेना चाहिए ।;
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